नौ ग्रहों से कृपा पाने के लिए करना चाहिए दान, दूर हो सकती है सभी समस्या
राहु को छाया ग्रह माना जाता है। व्यक्ति के जीवन में रहस्यों से संबंध रखता है। अगर कुंडली में राहु का बुरा प्रभाव हो तो जीवन की समस्याओं का कारण पता नहीं चलता। सब कुछ रहस्य ही रहता है। नौ ग्रह को छोटे से दान से कैसे बेहतर कर सकते हैं और उनके दोष से कैसे बच सकते हैं।
सूर्य – सूर्य को ग्रहों का राजा और व्यक्ति की आत्मा है। सूर्य की कमजोरी से अपयश, ह्रदय रोग और हड्डियों की समस्या होती है। सूर्य को मजबूत करने के लिए सूर्य की उपासना करनी चाहिए। अगर सूर्य पीड़ा दे रहा हो तो रविवार को गुड़ का दान करें।
चंद्रमा – ये ग्रहों का दूसरा राजा या रानी माना जाता है। चंद्रमा के कमजोर होने पर मानसिक रोग अस्थमा, रक्त की समस्याएं काफी होती है। चंद्रमा को मजबूत करने के लिए शिव जी उपासना करनी चाहिए। अगर चंद्रमा पीड़ा दे रहा हो तो सोमवार को दूध या मिश्री का दान करें।
मंगल– ये ग्रहों का सेनापति और व्यक्ति के अंदर साहस पैदा करता है। मंगल के कमजोर होने पर व्यक्ति को भय, संपत्ति, दुर्घटना, कारावास और रिश्तों की समस्या होती है। मंगल को मजबूत करने के लिए हनुमान जी की उपासना करें। अगर मंगल पीड़ादायक हो तो मंगलवार को मीठी रोटी बांटें।
बुध – बुध ग्रहों का राजकुमार है और व्यक्ति की वाणी और बुद्धि है। बुध कमजोर होने पर बुद्धि, कान-नाक-गला, त्वचा और वाणी की समस्या होती है। बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए श्री हरि विष्णु की उपासना करें। अगर बुध की समस्या हो तो बुधवार को हरी सब्जियों या हरे चारे का दान करें।
बृहस्पति – बृहस्पति को ग्रहों का गुरु और मंत्री माना जाता है। व्यक्ति के अंदर धर्म और सात्विकता की भावना कितनी है ये बृहस्पति बताता है। बृहस्पति के कमजोर होने पर मोटापा, अहंकार, पेट के रोग और अधर्म का मार्ग मिलता है। बृहस्पति को मजबूत करने के लिए अपने गुरु या शिव जी की उपसाना करनी चाहिए। अगर कुंडली में बृहस्पति दोष हो तो गुरुवार को केले का दान करना चाहिए।
शुक्र – शुक्र को ग्रहों का मंत्री कहा जाता है। व्यक्ति के सुख के पीछे यही ग्रह होता है। अगर शुक्र कमजोर हो तो पारिवारिक और किसी भी प्रकार का सुख नहीं मिलता। शुक्र को मजबूत करने के लिए देवी की उपासना करनी चाहिए। शुक्र की समस्या हो तो शुक्रवार को दही या सुगंधित वस्तुओं का दान करें।
शनि – शनि ग्रहों का सेवक कहा जाता है। व्यक्ति के कर्म का फल प्रदान करता है। अगर शनि कमजोर हो तो व्यक्ति को रोजगार और संघर्ष की समस्या होती है। शनि को मजबूत करने के लिए शनि या हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए। अगर कुंडली में शनि दोष हो तो शनिवार को काली दाल या काले चने का दान करें।
राहु – राहु को छाया ग्रह माना जाता है। व्यक्ति के जीवन में रहस्यों से संबंध रखता है। अगर कुंडली में राहु का बुरा प्रभाव हो तो जीवन की समस्याओं का कारण पता नहीं चलता। सब कुछ रहस्य ही रहता है। राहु दोष की मुक्ति के लिए भैरव भगवान की उपासना करें। राहु को शांत करने के लिए पक्षियों को दाना डालें।
केतु – केतु को भी छाया ग्रह माना जाता है। व्यक्ति की गुप्त समस्याओं और अध्यात्म से संबंध रखता है। अगर केतु खराब हो तो व्यक्ति को गोपनीय समस्याएं परेशान करती है। व्यक्ति तंत्र-मंत्र के गलत मार्ग पर चलता है। केतु से लाभ के लिए गणेश जी की उपासना करनी चाहिए। केतु के दोष से बचने के लिए कंबल या मोटे कपड़ों का दान करना चाहिए।